गझल |
वर्तुळाबाहेर माझ्या... |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
आपला स॑वाद... |
वैभव देशमुख |
गझल |
ज्वानी भरात आहे, मदमस्त रात आहे...! |
मानस६ |
गझल |
चकवा |
केदार पाटणकर |
गझल |
राजसा. |
कमलाकर देसले |
गझल |
यातूनच माझे दैव सदा घडलेले |
बेफिकीर |
गझल |
...हे नसे थोडके ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
ध्वस्त झालो गाव सांगे पूर जेव्हा ओसरे |
कैलास गांधी |
गझल |
शाप |
निलेश |
गझल |
यातना |
मधुघट |
गझल |
हिशेबाची माय मेली? |
गंगाधर मुटे |
गझल |
गझल : माझ्या लक्षातच नाही |
वैभव वसंतराव कु... |
गझल |
नवे ऋतू |
क्रान्ति |
गझल |
व्यर्थ |
आभाळ |
गझल |
मी अहल्येसारखी... ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
जीवन तेंव्हा भिजत राहते |
स्नेहदर्शन |
गझल |
चाहुलीची तुझ्या चमक... |
वैभव देशमुख |
गझल |
सांगतो प्रत्येक जण गर्दीतला..... |
अनंत ढवळे |
गझल |
एक वेडी वेदनेची जात आहे. |
मानस६ |
गझल |
पडसाद |
पुलस्ति |
गझल |
जन्म देवा... |
अमित वाघ |
गझल |
पावसाळा |
रवि केसकर |
गझल |
ईश्काची गझल |
सारंग भणगे |
गझल |
कुर्निसात |
केदार पाटणकर |
गझल |
साचला अंधार आहे... |
वैभव देशमुख |