गझल |
सुटे, मोकळे होण्यामध्ये हात जरा गुरफटले होते |
कैलास गांधी |
गझल |
रात्र आली.... |
वैभव देशमुख |
गझल |
जमले नाही.... |
रुपेश देशमुख |
गझल |
फालतूपणा |
भूषण कटककर |
गझल |
काल ज्या क्षणी तुला मी पाहिले प्रिये |
कैलास |
गझल |
रूक्मिणी... |
निरज कुलकर्णी |
गझल |
छेद |
विसुनाना |
गझल |
भेट एकदा |
अगस्ती |
गझल |
रिमझिमणारी |
निशिकांत दे |
गझल |
मुद्दाम भुलवणारे |
जयन्ता५२ |
गझल |
...मी हासतो आहे |
मधुघट |
गझल |
फार मी कुठे... |
संतोष कुलकर्णी |
गझल |
पहारे |
जयन्ता५२ |
गझल |
पाहुनी तुला |
केदार पाटणकर |
गझल |
''भारतीय'' |
कैलास |
गझल |
कावळे घाटावरी... |
शैलेश कुलकर्णी |
गझल |
नेहमीचेच सारे |
प्रसाद लिमये |
गझल |
शिखर त्यांनी गाठलेले - |
विदेश |
गझल |
मी शशीची कोर व्हावे |
भूषण कटककर |
गझल |
जीवन |
संतोष कुलकर्णी |
गझल |
----पुन्हा का---- |
नेहा |
गझल |
अपघात काय घडला? |
ह बा |
गझल |
अभिप्रेत : अमोल शिरसाट |
अमोल शिरसाट |
गझल |
शंकर रामाणींची गझल |
जयन्ता५२ |
गझल |
अंदाज : डॉ. श्रीकृष्ण राऊत |
डॉ. श्रीकृष्ण राऊत |