गझल |
प्रवासी |
आनंदयात्री |
गझल |
गर्दी... |
अजब |
गझल |
तुझी आभाळपुण्याई तुकोबा |
वैभव वसंतराव कु... |
गझल |
ग झ ल : मला का तो वियोगाची व्यथा देतो ? |
खलिश |
गझल |
..आता नको ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
कधी वाटते मी भिडावे जगाशी |
कैलास |
गझल |
१२.५५ ए एम - ११.०२.०९ ट्रान्स! |
भूषण कटककर |
गझल |
जागू नको |
अनिल रत्नाकर |
गझल |
विसावा |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
भस्म |
ऋत्विक फाटक |
गझल |
उत्तीर्ण होणार नाहीस |
बेफिकीर |
गझल |
बदनाम.. |
शाम |
गझल |
मोजके |
कौतुक शिरोडकर |
गझल |
मिसरे |
क्रान्ति |
गझल |
मजबुरीने |
अभिषेक उदावंत |
गझल |
अंतरे राखूनही ... |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
एकदा येऊन जा तू... एकदा येऊन जा |
बेफिकीर |
गझल |
जळात राहुन माशासोबत असे भांडणे बरे नव्हे |
कैलास |
गझल |
हुडकतो मी |
भूषण कटककर |
गझल |
गुंते |
योगेश वैद्य |
गझल |
बोलका |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
का मी आज पुन्हा उगीच बसलो मांडून ही खेळणी? |
प्रणव सदाशिव काळे |
गझल |
'' कैलास '' |
कैलास |
गझल |
नाही |
मिल्या |
गझल |
सुधारित "किनारा..." |
अमित वाघ |