गझल |
विसावा |
जगदिश |
गझलचर्चा |
वृत्ताची निवड |
केदार पाटणकर |
गझल |
वेग माझ्या पालखीचा मंद होता.. |
मानस६ |
गझल |
वेगासवे मनाच्या, मी धावणार आहे |
प्रज्ञा महाजन |
गझलचर्चा |
वेचक छंदविचार |
विश्वस्त |
गझल |
वेड तो लावून गेला (गझल) |
मनिषा नाईक. |
गझल |
वेडा |
व्योम |
गझल |
वेढुनी आवेग माझा रोज गाभुळतेस तू |
बेफिकीर |
गझल |
वेदना |
अनिल रत्नाकर |
गझल |
वेदना |
प्रज्ञा महाजन |
गझल |
वेदना |
काव्यरसिक |
गझल |
वेळ जावा लागतो... |
ज्ञानेश. |
गझल |
वेळिअवेळी |
क्रान्ति |
गझल |
वेळी अवेळी |
जयन्ता५२ |
पृष्ठ |
वेश्या बरी |
भूषण कटककर |
पृष्ठ |
व्यंगचित्र |
विश्वस्त |
गझल |
व्यथा |
आरती सुदाम कदम |
गझल |
व्यथा |
मिलिंद फणसे |
गझल |
व्यर्थ |
आभाळ |
गझल |
व्यर्थ जगणे ! |
supriya.jadhav7 |
गझल |
व्यासही माझ्यात...मी व्यासात आहे...! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझलचर्चा |
व्रुत्त |
adnya balak |
गझल |
व्हायचे ते |
आदित्यदेवधर |
गझल |
शंकर रामाणींची गझल |
जयन्ता५२ |
पृष्ठ |
शक्य नाही |
भूषण कटककर |