गझल |
वेग माझ्या पालखीचा मंद होता.. |
मानस६ |
गझल |
उपाशी |
कैलास |
गझल |
असाच कधी |
शगुन |
गझल |
जीव.... |
अमित वाघ |
गझल |
माती |
मिल्या |
गझल |
पडल्यापडल्या जागोजागी उसवत आहे |
विजय दि. पाटील |
गझल |
कसा आज अंधारही सोसवेना |
प्रसाद लिमये |
गझल |
शब्द होते, तरी.. |
ज्ञानेश. |
गझल |
हमी |
आनंदयात्री |
गझल |
मॄत्यू अर्धविरामावस्था |
अनंत ढवळे |
गझल |
अजूनही |
आनंदयात्री |
गझल |
धीट माझी प्रीत होती |
सोनाली जोशी |
गझल |
रिवाज पाळू... |
ज्ञानेश. |
गझल |
कुठे तरी काही तरी जळत होते ..... |
खलिश |
गझल |
वेढुनी आवेग माझा रोज गाभुळतेस तू |
बेफिकीर |
गझल |
..पुन्हा सांग ना! |
मानस६ |
गझल |
जन्म हा |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
अभंग १ |
विश्वस्त |
गझल |
...दिसत नाही ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
आता जरा मी लबाड झालो |
कैलास गांधी |
गझल |
मीच राही एक देहाती इथे |
भूषण कटककर |
गझल |
किती? |
केदार पाटणकर |
गझल |
कुणी माझ्यासवे यावे |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
आवरण |
ज्ञानेश. |
गझल |
अलिप्त |
क्रान्ति |