गझल |
दुकाने |
मिलिंद फणसे |
गझल |
...लाभले |
अनिल रत्नाकर |
गझल |
हळूहळू |
मयुरेश साने |
गझल |
'आहे 'खरेच का मी ..(एक नवीन शेर) |
संतोष कुलकर्णी |
गझल |
सांभाळ |
महेश बाहुबली |
गझल |
भेटतो जरी अता नेहमी हसून पण |
शाम |
गझल |
रिवाज पाळू... |
ज्ञानेश. |
गझल |
नकोशी |
क्रान्ति |
गझल |
वळता वळता |
वीरेद्र बेड्से |
गझल |
जाळीत फक्त जगणे |
अवधुत |
गझल |
अंतरास जाळते व्यथा |
स्नेहदर्शन |
गझल |
तुझे घन आजही बरसून माझी आसवे गेले |
वैभव वसंतराव कु... |
गझल |
मन्मना...! |
काव्यरसिक |
गझल |
बेसुरी सुरुवात... |
जनार्दन केशव म्... |
गझल |
सध्या! |
मधुघट |
गझल |
...अंदाज आगळा आहे! |
मधुघट |
गझल |
आम्ही तहात गेलो! |
मानस६ |
गझल |
भेटाया आल्या गझला, त्याच्या नंतर. |
ह बा |
गझल |
पुन्हा केव्हातरी बोलू... |
रुपेश देशमुख |
गझल |
प्रवास |
सोनाली जोशी |
गझल |
गझल - वाटते आहे |
अनंत ढवळे |
गझल |
सुकावे लागले |
क्रान्ति |
गझल |
प्रश्न आहे असा.. |
ज्ञानेश. |
गझल |
रोजचेच.. (तरही गझल) |
ज्ञानेश. |
गझल |
कळेना |
पुलस्ति |