ती नदी गेली कुठे... |
वैभव देशमुख |
15 January 2010 |
हुंदका उरातच गोठवायचा आहे |
वैभव वसंतराव कु... |
17 April 2014 |
तुझी आभाळपुण्याई तुकोबा |
वैभव वसंतराव कु... |
8 October 2014 |
जन्म वाभरा |
वैभव वसंतराव कु... |
15 February 2015 |
तुझे घन आजही बरसून माझी आसवे गेले |
वैभव वसंतराव कु... |
20 August 2014 |
गझल : ज्यामुळे जग ही नशीली रम्यता राखून आहे |
वैभव वसंतराव कु... |
18 November 2014 |
गझल : माझ्या लक्षातच नाही |
वैभव वसंतराव कु... |
18 November 2014 |
जन्म एक मध्यरात्र वाटतो |
वैभव वसंतराव कु... |
21 July 2014 |
वेडा |
व्योम |
6 May 2009 |
काही स्वगते... |
व्योम |
23 March 2009 |
असाच कधी |
शगुन |
29 July 2009 |
प्रश्न..... |
शांत्सुत |
12 June 2009 |
मी कुठे शोधू अता ती ओळखीची माणसे |
शाम |
16 August 2011 |
सांजवेळी आठवांचा मेघ हा दाटे पुन्हा.. |
शाम |
13 October 2010 |
मनाला किती अन् कसे आवरावे? |
शाम |
12 October 2010 |
शेवट लिहलेला असतो सुरुवातीवरती |
शाम |
21 August 2014 |
मोडून यार गेला संसार आज माझा .. |
शाम |
24 November 2010 |
दे चार श्वास दे रे .. |
शाम |
6 October 2010 |
मी प्रेम दे म्हणालो... |
शाम |
11 December 2010 |
देवुनी तुझे तुला निघायचे मला.. |
शाम |
4 October 2010 |
भेटतो जरी अता नेहमी हसून पण |
शाम |
22 October 2010 |
हा आहे खडतर रस्ता.. |
शाम |
17 June 2011 |
उठ बा रे पांडुरंगा.. |
शाम |
3 October 2010 |
बदनाम.. |
शाम |
1 October 2010 |
नवा चंद्र |
शिवाजी जवरे |
10 December 2007 |