गझल |
विषारी केव्हढे वातावरण आहे |
चित्तरंजन भट |
गझल |
नाव तुझ्या ओठावर... |
वैभव देशमुख |
गझल |
जायला हवे ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
पहा दिशाही रुसून बसल्या तुझ्यासारख्या. |
सोनाली जोशी |
गझल |
शब्द माझे |
वैभव जोशी |
गझल |
जराजरासा !!! |
supriya.jadhav7 |
गझल |
रंग नभाचे... |
जनार्दन केशव म्... |
गझल |
ये जवळ |
वैभव देशमुख |
गझल |
पक्षी |
बेफिकीर |
गझल |
रहस्ये गाडली गेली तळाशी |
सोनाली जोशी |
गझल |
गझल : प्रा.रुपेश देशमुख |
रुपेश देशमुख |
गझल |
दिशा गातात ह्या जेव्हा ... |
वैभव जोशी |
गझल |
असेच हल्ली मनास होते... |
ज्ञानेश. |
गझल |
सोपे नसते |
कुमार जावडेकर |
गझल |
बोलण्याने बोलणे वाढेल आता |
चित्तरंजन भट |
कार्यक्रम |
सस्नेह आमंत्रण- गझल सहयोगचा गझल मुशायरा - भेटलेली माणसे |
बेफिकीर |
गझल |
फारसा वाटेत नाही आमचा वाडा |
बेफिकीर |
गझल |
माझा मुलगा |
स्नेहदर्शन |
गझल |
सहज फिराया आलेला सासरला श्रावण. |
ह बा |
गझल |
...का दिसेनात आता कुठे ? |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझलचर्चा |
पोएटिक लिबर्टी |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
मी जसा भेटतो |
प्रसन्न शेंबेकर |
गझल |
अस्वस्थ |
संतोष कुलकर्णी |
गझल |
जीवना माझ्या बरोबर चालतांना |
स्नेहदर्शन |
गझल |
आपला स॑वाद... |
वैभव देशमुख |