गझल |
अस्वस्थ |
संतोष कुलकर्णी |
गझल |
सये... |
टिंब |
गझल |
कसा करावा या भयगंडाचा निचरा |
अनंत ढवळे |
गझल |
कमळ नव्हे पण गुलाब तू तर - सुनेत्रा सुभाष |
सुनेत्रा सुभाष |
गझल |
कुणीच नव्हते आले निरोप देण्यासाठी ... |
अनंत ढवळे |
गझल |
उत्तीर्ण होणार नाहीस |
बेफिकीर |
गझल |
''भारतीय'' |
कैलास |
गझल |
मी मला बजावत होतो... |
मधुघट |
गझल |
शिखर त्यांनी गाठलेले - |
विदेश |
गझल |
आम्ही तहात गेलो! |
मानस६ |
गझल |
सारे तुझ्यात आहे |
जयश्री अंबासकर |
गझल |
...त्याचीच ओढा री पुन्हा!! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
जागरण डोळ्यांमधे आता लमाण्यासारखे नाही |
चित्तरंजन भट |
गझल |
प्रवास |
सोनाली जोशी |
गझल |
फुलानां स्वप्नात ही काटे बोचले ..... |
खलिश |
गझल |
तुझ्या आठवांना उजाळाच देतो... |
बहर |
गझल |
टाळीबाज |
पुलस्ति |
गझल |
वादग्रस्त |
केदार पाटणकर |
गझल |
जीवना माझ्या बरोबर चालतांना |
स्नेहदर्शन |
गझल |
जीवन तेंव्हा भिजत राहते |
स्नेहदर्शन |
गझल |
नवा घाव |
संतोष कसवणकर |
गझल |
भेट चोरटी... |
ज्ञानेश. |
गझल |
कोण जाणे |
भूषण कटककर |
गझल |
रात्री जे घडले त्याची दिवसाला वार्ता नसते |
प्रणव सदाशिव काळे |
गझल |
जितके जमते.. |
ज्ञानेश. |