गझल |
गझल |
अनंत ढवळे |
गझल |
गुणगुणावे मी तुला ...... |
वैभव देशमुख |
गझल |
हास आयुष्या |
क्रान्ति |
गझल |
जगणे असते... (अजब) |
अजब |
गझल |
ताठ |
भूषण कटककर |
गझल |
रात्र पुन्हा परीकथा रंगवेल |
प्रसाद लिमये |
गझल |
नको |
जयन्ता५२ |
गझल |
किती सोपे मला हे प्रेम करणे वाटले होते... |
बहर |
गझल |
साधवी... |
निरज कुलकर्णी |
गझल |
तुझा दोष नाही !! |
supriya.jadhav7 |
गझल |
मान्यवरांची गझल-डॉ.राम पंडित |
मीर क्षीरसागर |
गझल |
नकार गर्भरेशमी |
मिल्या |
गझल |
माहीत नाही... |
जिज्ञासा... |
गझल |
बिलगून रात्र गेली. |
चांदणी लाड. |
गझल |
गझलभक्ती |
अनिल रत्नाकर |
गझल |
मनाला किती अन् कसे आवरावे? |
शाम |
गझल |
..उशीर |
ज्ञानेश. |
गझल |
हे तेच ते दिनरात.. |
केदार पाटणकर |
गझल |
आयुष्य गोल आहे |
मिल्या |
गझल |
सुतक |
आभाळ |
गझल |
पुढारी |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
शेवटी झोपायचे आहे सदासाठी तुला |
बेफिकीर |
गझल |
.. तूही प्रसन्न हास ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
सरळ वागून ती वागली वाकडी |
निलेश कालुवाला |
गझल |
मलीन ! |
प्रदीप कुलकर्णी |