गझल |
'अॅबनॉर्मल पाखरू' |
बेफिकीर |
गझल |
दुकाने |
मिलिंद फणसे |
गझल |
आरसा पाहायचा राहून गेला |
निलेश कालुवाला |
गझल |
मी खरे बोललो तेव्हा |
अजब |
गझल |
हरवला... |
सतीश |
गझल |
हाक |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
कविता |
पुलस्ति |
गझल |
'आहे 'खरेच का मी ..(एक नवीन शेर) |
संतोष कुलकर्णी |
गझल |
मी तसा माणूस आहे |
विजय दि. पाटील |
गझल |
..शह.. |
योगेश जोशी |
गझल |
काय देईल गारवा रस्ता |
बेफिकीर |
गझल |
गझल : मी तुझ्या प्रेमात आहे, तू मला ही प्रेम कर...... |
खलिश |
गझल |
काळोख |
प्रशान्त वेळापुरे |
गझल |
ती बातमीच दाटली घशाशी |
अनिल रत्नाकर |
गझल |
येतात सोबती हे.. |
मधुघट |
गझल |
'गालिब'च्या गजलेचा भावानुवाद |
अजब |
गझल |
मजकूर |
आनंदयात्री |
गझल |
काजळ |
श्रीकान्त |
गझल |
एक इरादा हसण्याचा |
वैभव जोशी |
गझल |
छडा लागला रे |
सुरेश शिरोडकर |
गझल |
राहू दे |
मनीषा साधू |
गझल |
जरा गर्दी जमेपर्यंत........ |
भूषण कटककर |
गझल |
कळा लागल्या |
क्रान्ति |
गझल |
काय या छातीत श्वासाला मिळे |
भूषण कटककर |
गझल |
खुशाली |
क्रान्ति |