गझल |
जन्मभर तुडवीन मी ... |
वैभव देशमुख |
गझल |
जमले नाही.... |
रुपेश देशमुख |
गझल |
ते पाखरू दिवाणे |
जयन्ता५२ |
गझल |
कोणत्या चिमटीत मी त्याला धरू |
चित्तरंजन भट |
गझल |
रूक्मिणी... |
निरज कुलकर्णी |
गझल |
खेळ ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
...जाऊ दे मला ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
अंतरातली व्यथा अंतरी जपायची |
मिल्या |
गझल |
...मी हासतो आहे |
मधुघट |
गझल |
गझल : ज्यामुळे जग ही नशीली रम्यता राखून आहे |
वैभव वसंतराव कु... |
गझल |
मद्यालय |
भूषण कटककर |
गझल |
ना ठावुक तुजला... |
जनार्दन केशव म्... |
गझल |
जायला हवे ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
कावळे घाटावरी... |
शैलेश कुलकर्णी |
गझल |
जरी वाटेल माझे बोलणे |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
हा प्रवास आधी मुळीच ठरला नव्हता |
चित्तरंजन भट |
गझल |
अस्पर्श स्वप्ने |
प्रसाद लिमये |
गझल |
परीक्षा |
आनंदयात्री |
गझल |
जरासा... |
विसुनाना |
गझल |
रुतावे कुठे |
जयश्री अंबासकर |
गझल |
भरावे शेत वात्सल्यात... |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
मी तुझा (सुधारीत) |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
विठू |
क्रान्ति |
गझल |
''सावली'' |
कैलास |
गझल |
विटाळ |
काव्यरसिक |