गझल |
चाललो निघून मी |
केदार पाटणकर |
गझल |
वादग्रस्त |
केदार पाटणकर |
गझल |
सवे या.. |
केदार पाटणकर |
गझल |
सोळा... |
केदार पाटणकर |
गझललेख |
आपले रडणे....एक रसग्रहण |
केदार पाटणकर |
गझल |
खुल्या मनाने |
केदार पाटणकर |
गझल |
सोबत |
केदार पाटणकर |
गझलचर्चा |
वृत्ताची निवड |
केदार पाटणकर |
गझल |
जशी रात्र झाली... |
केदार पाटणकर |
गझल |
पापणी अद्याप माझी... |
केदार पाटणकर |
गझल |
अजूनही |
केदार पाटणकर |
पृष्ठ |
(गझल) |
केशवसुमार |
पृष्ठ |
करारनामे-२ |
केशवसुमार |
गझल |
मागील ठरे शहाणा,पुढच्यास ठेच आहे. |
कैलास |
गझल |
आसवे आता न केवळ गाळती माझे नयन |
कैलास |
गझल |
''वादात या कुणीही सहसा पडू नये '' |
कैलास |
गझल |
'' कैलास '' |
कैलास |
गझल |
तू कधी ही न रागावली पाहिजे |
कैलास |
गझल |
''सरावाने'' |
कैलास |
गझल |
कधी वाटते मी भिडावे जगाशी |
कैलास |
गझल |
जळात राहुन माशासोबत असे भांडणे बरे नव्हे |
कैलास |
गझल |
चोर |
कैलास |
गझल |
मी तुझा,तुझा असेन आमरण |
कैलास |
गझल |
काल ज्या क्षणी तुला मी पाहिले प्रिये |
कैलास |
गझल |
अबोल |
कैलास |