गझल |
कळता कळता... |
ज्ञानेश. |
गझल |
तोरा |
पुलस्ति |
गझल |
आकांत |
क्रान्ति |
गझल |
मी कुठे शोधू अता ती ओळखीची माणसे |
शाम |
गझल |
बिघडले आमचे साचे |
भूषण कटककर |
गझल |
व्यासही माझ्यात...मी व्यासात आहे...! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
ह्या कशा उबदार ओळी... |
वैभव जोशी |
गझल |
सांत्वन...( गझल ) |
mamata.riyaj@gm... |
गझल |
'चुकलो' म्हणेन मी तर सोकावतील सारे |
चक्रपाणि |
गझल |
मोग-याचा पसारा.....(गझल) |
supriya.jadhav7 |
गझल |
केवढे छान दिवस होते ते |
बेफिकीर |
गझल |
एकटाच मी ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
...विचार एखादा |
वैभव जोशी |
गझल |
घट अमृताचा |
गंगाधर मुटे |
गझल |
होकार |
आनंदयात्री |
गझल |
''चेहरा'' |
कैलास |
गझल |
मी फुलांची मूक भाषा जाणतो..... |
खलिश |
गझल |
हा स्वत्वाचा तपास मानू आता |
बेफिकीर |
गझल |
लंब |
सुनेत्रा सुभाष |
गझल |
जाग आली |
मनीषा साधू |
गझल |
जशी रात्र झाली... |
केदार पाटणकर |
गझल |
वखवखे मला |
भूषण कटककर |
गझल |
निकष |
प्रल्हाद देशपान्डे |
गझल |
जेव्हा मेघ दाटुन येते... |
गौतम.रा.खंडागळे |
गझल |
आईच्या पोटात कधी हा भेद कुणी का शिकले? |
विजय दि. पाटील |