गझल |
ही तुझी माझीच आहे गोष्ट पण |
अनिरुद्ध अभ्यंकर |
गझल |
उसवित बसले बूड कवी हे ज्या झोळ्यांचे |
ह बा |
गझल |
पाऊल वळले... |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
मंतरलेल्या सायंकाळी |
संतोष कुलकर्णी |
गझल |
.....बरे दिसत नाही...! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
ईमान |
काव्यरसिक |
गझल |
हुंदका ओठातला पोटात नाही |
supriya.jadhav7 |
गझल |
घाव |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
छान रमल्यासारखे |
बेफिकीर |
गझल |
ना दिवाळी पाहिली या लक्तराने !!! |
supriya.jadhav7 |
गझल |
तुझे ठसे... |
ज्ञानेश. |
गझल |
स्थित्यंतरे |
जनार्दन केशव म्... |
गझल |
फुलांना दंश काट्यांचे हवे होते..... |
खलिश |
गझल |
''तुझ्याविना या जगात माझा जगावयाला नकार आहे'' |
कैलास |
गझल |
यादगार |
भूषण कटककर |
गझल |
मनाला |
क्रान्ति |
गझल |
सुटे, मोकळे होण्यामध्ये हात जरा गुरफटले होते |
कैलास गांधी |
गझल |
यज्ञपर्व ...( गझल ) |
निरज कुलकर्णी |
गझल |
भाव |
क्रान्ति |
गझल |
कविता जुळून आली.. |
बहर |
गझल |
"हिशोब" |
मी अभिजीत |
गझल |
मधेच वाहते मधेच थांबते |
जयदीप |
गझल |
व्यथा |
मिलिंद फणसे |
गझल |
इथे तर पानगळ बहरात आहे |
जयन्ता५२ |
गझल |
जपलेली हळहळ |
ह बा |