गझल |
............. अजून काही |
विशाल कुलकर्णी |
गझल |
मिळते कोठे ? |
कौतुक शिरोडकर |
गझल |
भग्न : मधुघट |
मधुघट |
गझल |
फिरून यायचे इथे टळेल का कधी? |
मिल्या |
गझल |
शब्दाना अडवीत गेले. |
नीता |
गझल |
कविता म्हणू प्रियेला.. |
गंगाधर मुटे |
गझल |
चुंबिण्या येऊ नको तू |
मयुरेश साने |
गझल |
दुकाने |
मिलिंद फणसे |
गझल |
डोळे जेव्हा भिडले होते |
मधुरा |
गझल |
आसपास |
अलका काटदरे |
गझल |
पाहिले तुला हळूच |
तुषार जोशी |
गझल |
'आहे 'खरेच का मी ..(एक नवीन शेर) |
संतोष कुलकर्णी |
गझल |
रजनीगंधा |
सुनेत्रा सुभाष |
गझल |
मदार |
पुलस्ति |
गझल |
मला मनाचे पटले नाही |
अनिरुद्ध अभ्यंकर |
गझल |
सौदा |
आनंदयात्री |
गझल |
दिशा पहाटल्यात |
भूषण कटककर |
गझल |
वनवास : डॉ.श्रीकृष्ण राऊत |
डॉ. श्रीकृष्ण राऊत |
गझल |
तो क्षण |
प्रल्हाद देशपान्डे |
गझल |
जगून घे |
आदित्य_देवधर |
गझल |
खोल डोहाच्या तळाशी साचलेला गाळ हो |
बेफिकीर |
गझल |
जाग |
क्रान्ति |
गझल |
सोपे नसते |
सतीश |
गझल |
पाय |
किमंतु |
गझल |
किती आळशी |
सुनेत्रा सुभाष |