गझल |
बुद्ध बाटला आहे |
बेफिकीर |
गझल |
मी अहल्येसारखी... ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
सांग ओठास तुझी गोष्ट फुलांची बाई |
सुनेत्रा सुभाष |
गझल |
सगळ मान्य |
अतुल कुलकर्णी |
गझल |
नकार आहे |
क्रान्ति |
गझल |
जीवन |
संतोष कुलकर्णी |
गझल |
आयुष्य खूप गेले, |
जयन्ता५२ |
गझल |
अंगार चित्तवेधी |
गंगाधर मुटे |
गझल |
अभिप्रेत : अमोल शिरसाट |
अमोल शिरसाट |
गझल |
...एकंदरीने ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
कशाला फुलांनी |
सोनाली जोशी |
गझल |
... या नभी अंधारवेना |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
नदीला सागराची ओढ असली तर असू द्या ना |
मिल्या |
गझल |
काही दशके त्याचे.... पाल्हाळ कशासाठी |
भूषण कटककर |
गझल |
मधाळ हाय-बायचे काय करावे... |
गिरीश कुलकर्णी |
गझल |
गरीबाला कुठे सांगा कुणाला टाळणे येते? |
ह बा |
गझल |
तू ... |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
आपण दोघे |
रुपेश देशमुख |
गझल |
असे झाले तसे झाले.... |
मयुरेश साने |
गझल |
गझल-आजही |
अनंत ढवळे |
गझल |
शहारा |
पुलस्ति |
गझल |
अनेक वर्षे जमीन उजाड पडून आहे |
सोनाली जोशी |
गझल |
सोशीक |
मी अभिजीत |
गझल |
दाखला |
जयन्ता५२ |
गझल |
बोलणे माझे ... |
अजय अनंत जोशी |