मी कधी माझ्यात ही असणार नाही |
स्नेहदर्शन |
4 August 2008 |
मी एकटीच येथे!!!(गझल). |
supriya.jadhav7 |
1 November 2010 |
मी एकटाच येथे माझ्या जगात आहे |
मी अभिजीत |
11 February 2011 |
मी अहल्येसारखी... ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
23 April 2008 |
मी फुलांची मूक भाषा जाणतो..... |
खलिश |
6 August 2009 |
मी जरा बोलायला गेलो कुठे |
निलेश कालुवाला |
16 June 2010 |
मिसरे |
क्रान्ति |
10 December 2010 |
मिळो |
बापू दासरी |
25 August 2008 |
मिळेल का दोन घोट पाणी..... |
अनंत ढवळे |
28 May 2007 |
मिळते कोठे ? |
कौतुक शिरोडकर |
12 February 2009 |
मिठीत तोच गोडवा |
भूषण कटककर |
6 August 2009 |
मिठाई |
पुलस्ति |
20 August 2008 |
माहीत नाही... |
जिज्ञासा... |
24 May 2011 |
मावळाया लागलो |
निशिकांत दे |
6 April 2011 |
माळले गजरे तयांनी वाळलेले...! |
विशाल कुलकर्णी |
21 February 2011 |
मारवाही शेवटी... |
जनार्दन केशव म्... |
8 February 2008 |
मारला गेलो |
कैलास |
16 April 2010 |
मान्यवरांची गझल-संगीता जोशी |
मीर क्षीरसागर |
18 January 2009 |
मान्यवरांची गझल-डॉ.राम पंडित |
मीर क्षीरसागर |
31 January 2009 |
मान्यवरांची गझल-डॉ. संतोष कुलकर्णी |
मीर क्षीरसागर |
21 January 2009 |
मात्रा |
क्रान्ति |
11 April 2010 |
माती |
मिल्या |
1 June 2010 |
माणसे.... |
कैलास |
21 January 2010 |
माणसे |
बापू दासरी |
25 August 2008 |
माणसाला म्हणे मारते भाकरी! |
ह बा |
29 May 2010 |