गझल |
दुसरा कुणीच नाही.... |
जयश्री अंबासकर |
गझल |
तुकारामा उगा तू काढली पाण्यातुनी गाथा |
ह बा |
गझल |
भावलेले |
कौतुक शिरोडकर |
गझल |
सूर्य माझ्या मागुनी येणार होता |
कैलास गांधी |
गझल |
जे जगतो ते लिहिणारा |
विजय दि. पाटील |
गझल |
फुलांनी काय हो केले ? |
सुनेत्रा सुभाष |
गझल |
नाटकी |
गिरीश कुलकर्णी |
गझल |
रात्री जे घडले त्याची दिवसाला वार्ता नसते |
प्रणव सदाशिव काळे |
गझल |
काळज्या |
भूषण कटककर |
गझल |
... वंशातल्यांचे |
अजय अनंत जोशी |
गझल |
''वाटत आहे'' |
कैलास |
गझल |
वेळी अवेळी |
जयन्ता५२ |
गझल |
ध्यास मला (काही शेर...) |
संतोष कुलकर्णी |
गझल |
मरणानंतर |
अनिल रत्नाकर |
गझल |
डाव |
बापू दासरी |
गझल |
कशाला फुलांनी |
सोनाली जोशी |
गझल |
अनुमान! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
राख..! |
मी अभिजीत |
गझल |
बघ तुझे माझे बिनसले शेवटी |
बेफिकीर |
गझल |
काही दशके त्याचे.... पाल्हाळ कशासाठी |
भूषण कटककर |
गझल |
म्हटले होते |
क्रान्ति |
गझल |
आवे |
बापू दासरी |
गझल |
असाच विस्कळीत मी |
भूषण कटककर |
गझल |
श्वासात ताल आहे |
भूषण कटककर |
गझल |
तुझा दोष नाही |
क्रान्ति |