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गझल |
निराशा |
आदित्य_देवधर |
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गझल |
घराणी |
ऋत्विक फाटक |
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गझल |
रात्रभर |
पुलस्ति |
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गझल |
एकटा सागरकिनारा एकटा |
चित्तरंजन भट |
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गझल |
तुझे ठसे... |
ज्ञानेश. |
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गझल |
विरह |
कैलास |
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गझल |
एक कविता |
अजय अनंत जोशी |
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पृष्ठ |
कधी कधी |
ज्योती बालिगा-राव |
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गझल |
सौदा |
आनंदयात्री |
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गझल |
एक पाखरु फांदीवर... |
वैभव देशमुख |
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गझल |
काल ज्या क्षणी तुला मी पाहिले प्रिये |
कैलास |
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गझल |
'' तीळ '' |
कैलास |
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गझल |
माहीत नाही... |
जिज्ञासा... |
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गझल |
वाटते बोलायचे राहून गेले |
कैलास |
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गझल |
नकार गर्भरेशमी |
मिल्या |
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गझल |
कुठे नेतील या वाटा मनाला.... |
अनंत ढवळे |
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गझल |
आयुष्याला अमुच्या....... |
वैभव देशमुख |
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गझल |
...शांत समईसारखा ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
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गझल |
कवडसा |
बापू दासरी |
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गझल |
माझ्या तुझ्यात काही |
जयन्ता५२ |
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गझल |
''श्वास झाला मोकळा की,कोंडल्यागत वाटते'' |
कैलास |
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गझल |
धोका |
क्रान्ति |
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गझल |
भिंती !! |
supriya.jadhav7 |
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गझल |
कोण आहे तुझा मी? |
ज्ञानेश. |
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गझल |
इकडे कुठे रे आज... या भागात? |
बेफिकीर |