नवे लेखन
| प्रकार | शीर्षक | लेखक | प्रतिसाद |
|---|---|---|---|
| पृष्ठ | नाही बरे.. (हझल) | ज्ञानेश. | 2 |
| गझल | भेट चोरटी... | ज्ञानेश. | 11 |
| गझल | फक्त येवढा तिचा ... | स्नेहदर्शन | 7 |
| पृष्ठ | विनय का सोडलाहे मोगर्याने?- हझल | भूषण कटककर | 5 |
| गझल | एक कविता | अजय अनंत जोशी | 12 |
| गझल | मदार... ( गझल ) | निरज कुलकर्णी | 6 |
| गझल | मी खरे बोललो तेव्हा | अजब | 7 |
| गझल | समज | अजय अनंत जोशी | 8 |
| गझल | ...मनातच | संतोष कुलकर्णी | 15 |
| गझल | औषधाने मी बरा होत नाही. | मानस६ | 6 |
| गझल | जिंदगानी | भूषण कटककर | 8 |
| गझल | ...केव्हातरी ! | प्रदीप कुलकर्णी | 7 |
| गझल | आगी लावणारे | भूषण कटककर | 7 |
| गझल | बिघडले आमचे साचे | भूषण कटककर | 6 |
| गझल | लाज ! | प्रदीप कुलकर्णी | 10 |
| गझल | हृदय असते उगाचच! | भूषण कटककर | 4 |
| गझलचर्चा | गझलियत | तिलकधारीकाका | 4 |
| गझल | यातना | मधुघट | |
| गझल | बासरी नादावली रे... | स्वामीजी | 3 |
| गझल | असे करू नये २ | तिलकधारीकाका | 7 |
| गझल | चालणे टाळायचे का? | स्वामीजी | 3 |
| गझल | खेळ | अजय अनंत जोशी | 13 |
| गझल | जत्रा | अविनाश ओगले | 4 |
| गझल | अशी गोड तू... | निरज कुलकर्णी | 6 |
| गझल | सोळा... | केदार पाटणकर | 5 |