गझल |
काटाकाटी श्वासांचीही.. |
संतोष कुलकर्णी |
गझल |
कोडे |
आदित्य_देवधर |
गझल |
विझले निखारे |
संतोष कसवणकर |
गझल |
जगून काय साधले |
वैभव जोशी |
गझल |
कसाबसा मी जगतो ते |
बेफिकीर |
गझल |
भळभळतांना जाणवले की.. |
ज्ञानेश. |
गझल |
कवी |
ऋत्विक फाटक |
गझल |
मी डाव मांडलेला........ |
मनिषा नाईक. |
गझल |
'वस्ती' |
अभिषेक उदावंत |
गझल |
धान्य हा तर दारूसाठी माल कच्चा.. |
कैलास गांधी |
गझल |
ध्यास मला (काही शेर...) |
संतोष कुलकर्णी |
गझल |
काही नवीन सुट्टे शेरः |
बेफिकीर |
गझल |
कशाला फुलांनी |
सोनाली जोशी |
गझल |
...दूर दूर ! |
प्रदीप कुलकर्णी |
गझल |
पालखी |
चक्रपाणि |
गझल |
वाहते चुपचाप आहे खोल पाणी |
चित्तरंजन भट |
गझल |
काही दशके त्याचे.... पाल्हाळ कशासाठी |
भूषण कटककर |
गझल |
बांधुन मी... |
जनार्दन केशव म्... |
गझल |
निखारे |
योगेश्वर रच्चा |
गझल |
जखमेस ओल आली.... |
निरज कुलकर्णी |
गझल |
श्वासात ताल आहे |
भूषण कटककर |
गझल |
गझल |
अनिल रत्नाकर |
गझल |
आले वादळ गेले वादळ... |
अनंत नांदुरकर खलिश |
गझल |
कितीदा |
कौतुक शिरोडकर |
गझल |
धोका |
क्रान्ति |