गझल |
''भारतीय'' |
कैलास |
गझल |
''तुझ्याविना या जगात माझा जगावयाला नकार आहे'' |
कैलास |
गझल |
''जीवन अंधारातच आहे'' |
कैलास |
गझल |
''जमले'' |
कैलास |
गझल |
''चेहरा'' |
कैलास |
पृष्ठ |
''आसुसलेले झाड मी'' |
किशोर |
गझल |
'' बरे दिसत नाही '' |
कैलास |
गझल |
'' प्रश्न'' |
कैलास |
गझल |
'' धर्म '' |
कैलास |
गझल |
'' तीळ '' |
कैलास |
गझल |
' कहाणी...'( गझल ) |
mamata.riyaj@gm... |
गझल |
"हिशोब" |
मी अभिजीत |
गझल |
"वेदना" |
प्रज्ञा महाजन |
गझल |
"दारू" |
कैलास |
गझल |
"खेळी" |
निलेश |
कार्यक्रम |
"ऋतु गजलांचे" या गझलांच्या 'सीडी'चा प्रकाशन सोहळा |
जयन्ता५२ |
गझलचर्चा |
हे भाषांतर बरे आहे का? |
बेफिकीर |
गझल |
हे तेवढे बरे झाले |
श्यामली |
पृष्ठ |
बातचीत भटांशी |
निनावी (not verified) |
गझल |
फक्त येवढा तिचा ... |
स्नेहदर्शन |
गझल |
तुझ्यास्तव..... |
ह्रषिकेश चुरी |
गझल |
ज्वानी भरात आहे, मदमस्त रात आहे...! |
मानस६ |
पृष्ठ |
जगात काही कुरूप नाही, जगात काही सुंदर नाही |
विश्वस्त |
गझल |
चुंबिण्या येऊ नको तू |
मयुरेश साने |
पृष्ठ |
कैदखाना |
अभिषेक उदावंत |