तटांसारखे.. |
मानस६ |
16 April 2009 |
घावामागून घाव घातले त्याबद्दल आभार.. |
मानस६ |
7 August 2007 |
जगण्याला काय हवे..? |
मानस६ |
8 July 2007 |
आम्ही तहात गेलो! |
मानस६ |
28 January 2009 |
कैक मतले... |
मानस६ |
22 March 2009 |
ज्वानी भरात आहे, मदमस्त रात आहे...! |
मानस६ |
30 September 2007 |
संगतीला संगतीचा... |
मानस६ |
14 January 2008 |
फिरुन कातरवेळ येता पापणी ओलावते.. |
मानस६ |
26 August 2007 |
मी फुलांची रास झालो |
मानस६ |
16 March 2008 |
..पुन्हा सांग ना! |
मानस६ |
28 June 2007 |
वेग माझ्या पालखीचा मंद होता.. |
मानस६ |
12 October 2007 |
हे सुगंधाचे निघाले काफिले! |
मानस६ |
24 May 2009 |
नशेत होतो मी ! |
मानस६ |
13 July 2010 |
किती खाल हो..? |
मानस६ |
1 February 2009 |
बोलताना तोल गेला... |
मानस६ |
17 July 2007 |
ही सरिता रुसली आज किनाऱ्यावरती... |
मानस६ |
31 August 2007 |
आज फुलांची भाषा..... |
मानस६ |
31 December 2007 |
एक वेडी वेदनेची जात आहे. |
मानस६ |
14 August 2007 |
स्वप्नभूमी |
महेश बाहुबली |
23 February 2010 |
काळीज |
मयूर |
15 April 2008 |
डोळे |
मयूर |
8 July 2008 |
पुसणारे नसताना कोणी अश्रू ढाळायचे कशाला... |
मयुरेश साने |
1 June 2011 |
थांबणे सोसेल तोवर लागते चालायला.... |
मयुरेश साने |
18 February 2011 |
हवे हवे ते घडतच नाही, घडू नये ते घडून गेले |
मयुरेश साने |
31 May 2011 |
वादात या कुणीही सहसा पडू नये ! |
मयुरेश साने |
17 February 2011 |