नवे गझललेखन
शीर्षक | कवी | प्रकाशनाची तारीख |
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नियम | कुमार जावडेकर | 18 April 2007 |
सोपे नसते | कुमार जावडेकर | 26 August 2007 |
भाष्य | कुमार जावडेकर | 27 November 2010 |
कदाचित | कुमार जावडेकर | 16 May 2010 |
आत्मसात | कुमार जावडेकर | 20 July 2007 |
पोचुनी दारी तुझ्या | कुमार जावडेकर | 26 June 2007 |
नूर | कुमार जावडेकर | 3 August 2008 |
वादळे उसळून आल्यावर.... | केदार पाटणकर | 7 July 2009 |
खुल्या मनाने | केदार पाटणकर | 18 September 2014 |
आकडेवारी | केदार पाटणकर | 27 February 2014 |
सोबत | केदार पाटणकर | 13 July 2007 |
पाहिजे तेव्हा कुणीही... | केदार पाटणकर | 6 August 2014 |
स्वीकारले | केदार पाटणकर | 20 June 2007 |
जशी रात्र झाली... | केदार पाटणकर | 10 October 2009 |
तीच भेटावी.. | केदार पाटणकर | 1 August 2014 |
हसवणारे, खिदळणारे | केदार पाटणकर | 6 September 2014 |
...टाळतो | केदार पाटणकर | 25 March 2008 |
पापणी अद्याप माझी... | केदार पाटणकर | 5 August 2010 |
हे तेच ते दिनरात.. | केदार पाटणकर | 1 August 2009 |
मागचे येतील नंतर | केदार पाटणकर | 19 December 2015 |
पाहिजे ते.. | केदार पाटणकर | 17 August 2009 |
सवे या.. | केदार पाटणकर | 22 February 2009 |
गलबत कुठे निघाले | केदार पाटणकर | 22 July 2014 |
अजूनही | केदार पाटणकर | 16 June 2007 |
हा जुगार | केदार पाटणकर | 26 May 2010 |