नवे गझललेखन
शीर्षक | कवी | प्रकाशनाची तारीख |
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...मारव्याचे सूर काही ! | प्रदीप कुलकर्णी | 2 September 2008 |
...मित्रा | संतोष कुलकर्णी | 17 August 2007 |
...मी आहे तिथे ! | प्रदीप कुलकर्णी | 14 April 2007 |
...मी खरा की तू खरा ? | प्रदीप कुलकर्णी | 2 July 2008 |
...मी नवा-निराळा आशय ! | प्रदीप कुलकर्णी | 20 February 2009 |
...मी हासतो आहे | मधुघट | 19 April 2008 |
...म्हणाले !! | supriya.jadhav7 | 26 January 2011 |
...लाभले | अनिल रत्नाकर | 29 November 2009 |
...लुप्त | ज्ञानेश. | 30 September 2008 |
...वजन एखादे नवे ! | प्रदीप कुलकर्णी | 14 March 2009 |
...विचार एखादा | वैभव जोशी | 25 February 2009 |
...वेड पांघरावे मी ! | प्रदीप कुलकर्णी | 30 January 2009 |
...व्यवसाय मी | अनिल रत्नाकर | 9 October 2011 |
...शांत समईसारखा ! | प्रदीप कुलकर्णी | 18 June 2008 |
...शून्य माझी कलमकारी !! | प्रदीप कुलकर्णी | 18 July 2008 |
...सारेच विसरू दे मला ! | प्रदीप कुलकर्णी | 30 June 2007 |
...स्मरशील तू ! | प्रदीप कुलकर्णी | 12 September 2009 |
...हे नसे थोडके ! | प्रदीप कुलकर्णी | 8 September 2008 |
..अभंग | ज्ञानेश. | 3 March 2009 |
..आता नको ! | प्रदीप कुलकर्णी | 13 August 2007 |
..उशीर | ज्ञानेश. | 19 November 2008 |
..काय मी | अनिल रत्नाकर | 5 June 2010 |
..चर्चा | ज्ञानेश. | 20 January 2009 |
..ते मोहरू | अनिल रत्नाकर | 9 June 2010 |
..पुन्हा सांग ना! | मानस६ | 28 June 2007 |