नवे गझललेखन
शीर्षक![]() |
कवी | प्रकाशनाची तारीख |
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...मी आहे तिथे ! | प्रदीप कुलकर्णी | 14 April 2007 |
आई ! | प्रदीप कुलकर्णी | 21 April 2007 |
करारनामे | ॐकार | 20 April 2007 |
का मी आज पुन्हा उगीच बसलो मांडून ही खेळणी? | प्रणव सदाशिव काळे | 23 April 2007 |
गझल | मिलिंद फणसे | 15 April 2007 |
गझल - अनंत ढवळे | अनंत ढवळे | 14 April 2007 |
जिंदगी | यादगार | 14 April 2007 |
ताकीद | विसुनाना | 19 April 2007 |
दुकाने | मिलिंद फणसे | 16 April 2007 |
नियम | कुमार जावडेकर | 18 April 2007 |
पीळ | विसुनाना | 17 April 2007 |
बोलणी - सुरेश भट | यादगार | 22 April 2007 |
या द्यूतामध्ये कितिदा.. | गणेश धामोडकर | 23 April 2007 |
विराणी | मिलिंद फणसे | 18 April 2007 |
व्यथा | मिलिंद फणसे | 20 April 2007 |
शब्द माझे | वैभव जोशी | 14 April 2007 |
शब्दांत प्राण आले | ॐकार | 17 April 2007 |
सफल | अगस्ती | 17 April 2007 |
हातघाई | गणेश धामोडकर | 23 April 2007 |