मान्यवरांची गझल-संगीता जोशी |
मीर क्षीरसागर |
18 January 2009 |
मान्यवरांची गझल-डॉ.राम पंडित |
मीर क्षीरसागर |
31 January 2009 |
हमी |
मी अभिजीत |
24 December 2008 |
"हिशोब" |
मी अभिजीत |
18 April 2008 |
मी तरी देऊ किती आवाज आता..! |
मी अभिजीत |
18 March 2009 |
गारवा..! |
मी अभिजीत |
31 March 2008 |
राख..! |
मी अभिजीत |
1 April 2008 |
मी एकटाच येथे माझ्या जगात आहे |
मी अभिजीत |
11 February 2011 |
बेत आहे..! |
मी अभिजीत |
14 April 2009 |
तुझा दोष नाही |
मी अभिजीत |
10 February 2011 |
एखादा तरी... |
मी अभिजीत |
12 April 2011 |
सोशीक |
मी अभिजीत |
3 June 2008 |
मी तुला अन तू मला मिरवायला हवे |
मिल्या |
6 May 2010 |
तू भेटली नव्हतीस तोवर |
मिल्या |
9 March 2011 |
आयुष्य माझे |
मिल्या |
1 November 2007 |
आयुष्य गोल आहे |
मिल्या |
7 January 2011 |
आता |
मिल्या |
24 November 2008 |
लगाम |
मिल्या |
8 October 2007 |
आश्चर्य काय ती ही आनंदली असावी |
मिल्या |
22 June 2009 |
गमक |
मिल्या |
15 November 2009 |
माती |
मिल्या |
1 June 2010 |
पंढरी |
मिल्या |
29 March 2010 |
गातो तुझेच गाणे |
मिल्या |
7 September 2009 |
दु:ख सुद्धा माणसे पाहून येते |
मिल्या |
9 November 2010 |
अंतरातली व्यथा अंतरी जपायची |
मिल्या |
24 September 2010 |